गंगोत्री के दर्शनीय स्थल
Mt. Shivling view from Tapovan
Img Srcगंगोत्री में दर्शन करने एवं घूमने योग्य स्थान
आमतौर पर तीर्थयात्री गंगोत्री धाम के लिए एक दिन की यात्रा या अधिकतम 1 रात तक रुकना पसंद करते है । इस वजह से कुछ आकर्षक और सुन्दर दर्शनीय स्थलों के दर्शन करना तीर्थयात्री भूल जाते है | हालाँकि यदि आप एक या दो दिनों के लिए गंगोत्री धाम की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो गंगोत्री में निम्न स्थानों को देखना न भूलें| हर तरह के यात्रियों के लिए गंगोत्री में विभिन्न दर्शनीय स्थल हैं | जिनमे विश्व नाथ मंदिर, गौमुख ग्लेशियर, नंदनवन तपोवन, केदार गंगा संगम, भैरोंघाटी, ज्ञान नानी, मनेरी, हरसिल, केदारताल आदि प्रमुख है | गंगोत्री के करीब इन अद्भुत स्थानों की यात्रा के लिए आप अपने चार धाम यात्रा या गंगोत्री यात्रा को आगे बढ़ा सकते है |
गंगोत्री
में घुमने एवं दर्शन योग्य महत्वपूर्ण स्थानों की सूची निम्नलिखित है
- तपोवन: समुद्र तल से
4460 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, तपोवन एक सुंदर घास का मैदान है जो
चोटियों से घिरा हुआ है। सुंदर फूलों से समृद्ध, इस घास के मैदान
की चढ़ाई से आसपास की चोटियों और पर्वतमाला का अद्भुत नजर दिखाई देता है |
- जलमग्न शिवलिंग: नदी
के पानी में डूबे हुए शिवलिंग एक शानदार दृश्य है जो भगवान की दिव्या शक्ति को दर्शाता
है । पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि भगवान शिव इस स्थान पर गंगा को अपने बालो
में समाहित करने के लिए ध्यान में बैठे थे। जल स्तर नीचे जाने पर शुरुआती सर्दियों
में जलमग्न शिवलिंग दिखाई देता है। जलमग्न शिवलिंग संभवतः सबसे पवित्र स्थान है
जहाँ गंगा, जीवन की धारा ने पहली बार धरती माँ को स्पर्श
किया था।
- विश्व नाथ मंदिर:
उत्तरकाशी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक, भगवान विश्वनाथ
मंदिर का केदार खंड या स्कंद पुराण में भी वर्णन है। मंदिर उत्तरकाशी स्थानीय बस
स्टैंड से 300 मीटर की दूरी पर है। इस पवित्र मंदिर में एक शिवलिंग है जो 60
सेंटीमीटर लंबा है और परिधि में 90 सेंटीमीटर है।
- भैरोंघाटी: गंगोत्री से 10
किमी उत्तर काशी के निकट और जाट गंगा और भागीरथी नदियों के संगम के पास भैरोंघाटी स्थित
है। घने जंगलों से घिरा भैरव नाथ का मंदिर देखने के लिए उत्तम जगह है।
- गौमुख ग्लेशियर:
4238 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गंगोत्री ग्लेशियर, चौखम्बा से शुरू
होने वाली गंगोत्री ट्रेक के साथ-साथ आगे बढ़ता है और अंत में गौमुख में विलीन हो
जाता है। यह एक ज्ञात तथ्य है कि गंगा का पानी प्रकृति में 100% शुद्ध है और इसमें
बिल्कुल भी अशुद्धियाँ नहीं हैं।
गंगोत्री
के पास ट्रेकिंग करने योग्य स्थान
गंगोत्री ने हमेशा ट्रेकर को लुभाया है,
क्योंकि
गंगोत्री से काफी साहसिक यात्राएं होती हैं, जो आपको न केवल
प्रकृति की दिव्य सुंदरता बल्कि हिमालय पर्वत श्रृंखला की बर्फ से ढकी चोटियों के
भी दर्शन करता है।
गंगोत्री में और उसके पास ट्रेकिंग के कुछ
विकल्पों की सूची निम्नलिखित है।
- गौमुख: भागीरथी नदी का
स्रोत भी गंगा नदी का असली स्रोत माना जाता है। यह क्षेत्र शांत है, और शिवलिंग
पर्वत और भागीरथ पहाड़ी समूह के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है | गंगोत्री से 18
किमी ट्रेक के बाद यहाँ पहुंचा जा सकता है।
- तपोवन: शांति और
रोमांच की तलाश में आने वाले पर्यटकों के लिए तपोवन एक आदर्श स्थान है। तपोवन
समुद्र तल से 4463 मीटर / 14640 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। तपोवन उत्तराखंड की
पहाड़ियों में स्थित शिवलिंग शिखर का आधार शिविर है। तपोवन के घास के मैदान से
भागीरथी चोटियों का एक अच्छा दृश्य भी देखा जा सकता है। पर्वतारोहण और ट्रेकिंग
जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए हर साल इस जगह पर हजारों की संख्या में विदेशी
पर्यटक आते हैं।
आप गंगोत्री मंदिर से केदार ताल तक और बद्रीनाथ से कालिंदी खाल तक ट्रेक भी कर सकते हैं लेकिन दोनों ट्रेक को पूरा करना थोडा मुश्किल भरा है।