माता गंगा का गंगोत्री मंदिर सुद्रतल से 3042 मीटर की ऊंचाई में स्थित है | सर्व प्रथम 18 वीं सदी में गोरखा कमांडर अमर सिंह थापा ने गंगोत्री मंदिर का निर्माण करवाया था | उसके... more »
किंवदंती:राजा सगर ने पृथ्वी पर राक्षसों का वध करने के बाद, अपने वर्चस्व की घोषणा के रूप में एक अश्वमेध यज्ञ का मंचन करने का फैसला किया। पृथ्वी के चारों ओर एक निर्बाध यात्रा... more »
बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री के साथ गंगा नदी को समर्पित यह मंदिर चारधाम यात्रा का एक प्रमुख हिस्सा है। दिवाली के दिन मंदिर के पुजारी तेल के दीपक जलाकर मंदिर के कपाट को बंद करते... more »
गंगोत्री में घुमने एवं दर्शन योग्य महत्वपूर्ण स्थानों की सूची निम्नलिखित है तपोवन: समुद्र तल से 4460 मीटर की ऊँचाई पर स्थित, तपोवन एक सुंदर घास का मैदान है जो चोटियों से घिरा हुआ है।... more »
गंगोत्री के पास घूमने योग्य प्रमुख पर्यटन स्थल मनेरी: गंगोत्री से 92 किमी की दूरी पर स्थित, यह हाल ही में भागीरथी नदी के पार एक बांध के निर्माण के परिणामस्वरूप पर्यटकों की रुचि के... more »
गंगोत्री धाम के मौसम का पूर्वानुमान ग्रीष्मकाल में गंगोत्री का मौसम गंगोत्री में ग्रीष्म ऋतु ठंडी होती है और सर्दियों में बहुत ठंड होती है | मई और जून के महीनों में बारिश होती है।... more »
इतिहास गंगोत्री धाम के कपाट कब खुलते और बंद होते हैं ? गंगोत्री भारत के सबसे पूजनीय तीर्थस्थानों में से एक है और हर साल लाखो तीर्थयात्री इस पवित्र धाम के दर्शन के लिए आते... more »
चारधामों में से एक गंगोत्री धाम को गंगा नदी का पौराणिक स्रोत कहा जाता है | गंगोत्री ही वह स्थान है जहाँ भागीरथ ने भगवान शिव की पूजा थी और माँ गंगा पृथ्वी पर अवतरित... more »