अमरनाथ की तीर्थयात्रा जम्मू से शुरू होती है। पुराने समय में गुफा की तरफ जाने का रास्ता रावलपिंडी (पकिस्तान) से होकर गुजरता था लेकिन अब हम सीधे ट्रेन से जम्मू जा सकते है,जम्मू मंदिरों के शहर के रूप में प्रसिद्ध है और यात्री अमरनाथ यात्रा करने से पूर्व या उसके बाद जम्मू के प्रसिद्ध रघुनाथ मंदिर व अन्य मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।यात्रा में तक़रीबन 5 दिन लगते है।
रेल मार्ग : अमरनाथ यात्रा के लिए अंतिम रेलवे स्टेशन जम्मू है। जम्मू का लगभग सभी हिस्सों से रेल संपर्क है यात्री जम्मू पहुंचकर वहां से आगे |
हवाई मार्ग : अमरनाथ यात्रा के लिए निकटतम हवाई अड्डा जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर है। यहां के लिए प्रमुख सरकारी व गैर सरकारी विमानन कंपनियों की हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं। यात्री दिल्ली से यहां तक हवाई सेवा के माध्यम से पहुंचकर पहलगाम तक का 96 किमी का सफर सड़क मार्ग से तय कर सकते हैं।
सड़क मार्ग : सड़क यात्री राज्य परिवहन निगमों की बसों से जम्मू तक पहुंच सकते हैं और आगे पहलगाम का 315 किमी का सफर जम्मू-कश्मीर में उपलब्ध वाहनों बस या कार से तय किया जा सकता है।
तवी नदी के किनारे बसे जम्मू तवी शहर से होता है। कहा जाता है कि सन 1835 में महाराजा गुलाब सिंह ने रधुनाथ मंदिर का निर्माण शुरू करवाया था, परन्तु किसी कारणवश कार्य पूरा नहीं हो सका। फिर राजा रणबीर सिंह ने रघुनाथ मंदिर का निर्माण करवाया। इस भव्य मंदिर की कलाकृति अपने में अनुठा उदाहरण पेश करती है, यहॉ का वातावरण मानो आपको अमृत पान करवा रही है।अमर नाथ यात्रा पर जाने के भी दो रास्ते हैं। एक पहलगाम होकर और दूसरा बालताल से। यानी कि यहां तक किसी भी सवारी से पहुँचें |
पहलगाम या बालटाल तक बस टैक्सी किराया
बस का किराया -130 रुपये से 220 रुपये प्रति यात्री पहलगाम तक
टैक्सी का किराया -360 रुपये से 520 रुपये प्रति यात्री पहलगाम तक
बस का किराया -160 रुपये से 270 रुपये प्रति यात्री बालताल तक
टैक्सी का किराया -550 रुपये से 760 रुपये रुपये प्रति यात्री बालताल तक
पोनी किराया
दोमेल से पवित्र गुफा तक पोनीवाले 1200 से 2000 रू. तक लेते हैं |
अनंतनाग से दो रास्ते निकलते है। एक श्रीनगर होते हुए बालताल को जाता है और दूसरा पहलगाम को जाता है | बालताल से यात्रा करने वाले यात्रियो का यहीं से रास्ता अलग होता है |
पहलगाम से पवित्र गुफा 48 किलोमीटर है। और बालताल से 14 किलोमीटर है। दोनों ही रास्तों में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम हैं।दोनों पड़ावों से गुफा तक का सफर सामर्थ्य के अनुसार पैदल, खच्चर या डांडी के माध्यम से पूरा किया जा सकता है।
पहलगाम मार्ग से चंदनबाड़ी से गुफा तक का कुली का खर्चा 1100 रुपये, डांडी का 7000 और खच्चर का 2300 रुपये है। बालटाल मार्ग से यही किराए क्रमश: 700, 3500 व 1100 रुपये है। यह किराए जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा निर्धारित हैं और यात्री इसमें मोल-भाव कर सकते हैं |
स्थान | सेवा | शुल्क |
बालटाल से गुफा और वापसी | मजदूर/कुली | 1650 रुपए |
बालटाल गुफा और वापसी | घोड़ा/ खच्चर | 2800 रुपए |
बालटाल गुफा और वापसी | पालकी | 8500 रुपए |
बालटाल से बारीमार्ग | मजदूर/कुली | 700 रुपए |
बालटाल से बारीमार्ग | घोड़ा/ खच्चर | 1 हजार रुपए |
बालटाल से संगम | मजदूर/कुली | 1 हजार रुपए |
बालटाल से संगम | घोड़ा/ खच्चर | 1200 रुपए |
बालटाल से पंचतरणी | मजदूर/ कुली | 1200 रुपए |
बालटाल से पंचतरणी | घोड़ा/ खच्चर | 1450 रुपए |
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