बद्रीनाथ यात्रा के बारे में अपनी हर शंकाओं को दूर करें और नीचे दिए गए इन अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों से जानकारी ले | ये FAQ तीर्थयात्रियों के दृष्टिकोण से सभी प्रमुख प्रश्नों का उत्तर देने के लिए तैयार किये गये है |
बद्रीनाथ मंदिर के कपाट हर साल अप्रैल-मई के महीने में तीर्थयात्रियों के लिए खोले जाते है । तीर्थ पुरोहितों द्वारा बसंत पंचमी के शुभ दिन कपाट खोलने की तिथि तय की जाती है । दिवाली त्योहार के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते है और इसकी तिथि विजयदशमी के शुभ दिन तय की जाती है | बद्रीनाथ धाम 06 महीने के लिए तीर्थयात्रियो के लिए बंद कर दिया जाता है क्योंकि यहाँ सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी होती है, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो जाता है।
हिंदू धर्म की कई पवित्र पुस्तकों में भगवान विष्णु को ‘बद्री’ के रूप में जाना जाता है। बद्रीनाथ धाम भगवान विष्णु का घर माना जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, 8 ईस्वी में, आदिगुरू शंकराचार्य ने नारद कुंड से भगवान बद्रीनाथ की मूर्ति बरामद की थी। बाद में उन्होंने मंदिर का निर्माण कराया और मूर्ति को यहां रख दिया।
दूसरी ओर बद्रीनाथ धाम का उल्लेख वामन पुराण में भी है। भगवान विष्णु के पांचवे अवतार, नर और नारायण ऋषि यहां तपस्या करते हैं। अन्य पौराणिक कथा यह है कि द्रौपदी के साथ पांडव अपनी अंतिम तीर्थ यात्रा स्वर्गारोहिणी के दौरान यहाँ से गुजरे थे।
बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन करने का समय
प्रातःकाल में: 04:30 बजे से दोपहर 01:00 बजे
संध्याकाळ में: 04:00 बजे से रात्रि 09:00 बजे तक
पूरे यात्रा सीजन (मई से अक्टूबर) के दौरान तीर्थयात्रियों द्वारा बद्रीनाथ धाम के दर्शन किये जाते है । चूंकि यह उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित है, इसलिए मानसून के मौसम में बद्रीनाथ जाने से बचना चाहिए। बद्रीनाथ की यात्रा के लिए मई, जून, सितंबर और अक्टूबर कुछ सर्वोत्तम महीने हैं।
बद्रीनाथ प्रकृति की गोद में बसा हुआ है,जो खूबसूरत बर्फ की चोटियों और पहाड़ों से घिरा है। बद्रीनाथ धाम का मौसम जून तक ग्रीष्मकाल के दौरान सुखद रहता है। मानसून के मौसम में बारिश होती है और सर्दियों में भारी बर्फबारी होती है।
बद्रीनाथ या चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण विभिन्न काउंटरों पर नि: शुल्क किया जा सकता है। या आप इसे ऑनलाइन भी कर सकते हैं। हरिद्वार, ऋषिकेश और पांडुकेश्वर में पंजीकरण काउंटर उपलब्ध हैं। तीर्थयात्रियों को ऑनलाइन या काउंटर पर जल्द से जल्द पंजीकरण कराने की सलाह दी जाती है।
बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या मौसम और मौसम की स्थिति पर निर्भर करती है। मंदिर के कपाट खुलने से जून माह के अंत तक तीर्थयात्रियों की संख्या अत्यधिक रहती है । जो की प्रति दिन 20,000 से 30,000 तक रहती है। मानसून के दौरान तीर्थयात्रियों की संख्या प्रतिदिन 3000-4000 तक गिर जाती हैं। लेकिन सितंबर से मंदिर के कपाट बंद होने तक, प्रति दिन 10,000 से अधिक तीर्थयात्री मंदिर के दर्शन करने आते हैं।
हां, बद्रीनाथ में 20,000 से अधिक तीर्थयात्रियों के ठहरने की उचित सुविधा है। इसमें बद्रीनाथ में आरामदायक सुविधा प्रदान करने वाले डीलक्स होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं हैं।
बद्रीनाथ में कई प्रसाद की दुकानें हैं, जहां तीर्थयात्री भगवान बद्रीनाथ के लिए विभिन्न प्रकार के प्रसाद ले सकते हैं। अगर किसी को कुछ दान करना है, तो बद्री-केदार मंदिर समिति कार्यालय और बद्रीनाथ में दान पेटियों में दान कर सकता है ।
हां, बद्रीनाथ सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। तीर्थयात्री कार या बाइक से बद्रीनाथ जा सकते हैं। मानसून के दौरान सावधानी बरतनी जरुरी है क्योंकि बद्रीनाथ जाने वाली सड़क पर भूस्खलन हो सकता है।
बद्रीनाथ, दिल्ली से 540 किलोमीटर और हरिद्वार से 320 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बद्रीनाथ यात्रा दिल्ली या हरिद्वार से शुरू की जा सकती है। बद्रीनाथ अच्छी तरह से हरिद्वार और दिल्ली के साथ सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। कोई भी बद्रीनाथ तक आसानी से जा सकता है। यात्रा के अन्य साधनों में बस और ट्रेन शामिल हैं। दिल्ली से देहरादून (जॉली ग्रांट एयपोर्ट) के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं, जो बद्रीनाथ से 311 किलोमीटर दूर है। कोई भी ऋषिकेश की यात्रा कर सकता है जो देहरादून हवाई अड्डे से केवल 20 किलोमीटर दूर है।
हरिद्वार सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। हरिद्वार से,कोई भी बद्रीनाथ के लिए बस से यात्रा कर सकता है या फिर कार किराए पर ले सकता है।
आप खुद आसानी से बद्रीनाथ की यात्रा कर सकते हैं। बद्रीनाथ में यात्रा करने और रहने के लिए काफी अच्छी सुविधाएं हैं। यदि बजट कोई बाधा नहीं है और आप सब कुछ निर्धारित समय पर चाहते हैं, तो आप पूरी यात्रा के लिए दिल्ली या हरिद्वार से एक निजी टूर ऑपरेटर या टैक्सी ले सकते हैं।
आप निजी चार धाम ऑपरेटरों को भी चुन सकते हैं। आप एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं या SacredYatra.com पर एक बद्रीनाथ टूर पैकेज बुक कर सकते हैं !!
मंदिर के अंदर विभिन्न प्रकार की पूजाएं की जा सकती हैं। लेकिन तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण, पूजा करने की एक उचित व्यवस्था है। बद्री-केदार मंदिर समिति को फोन द्वारा पूजा के लिए स्लॉट बुक किया जा सकता है। बद्रीनाथ में कई तरह के पूजन किए जाते हैं। बद्रीनाथ में नवीनतम पूजा दरों की जाँच यहाँ करें !