माँ वैष्णो देवी के भवन तक की यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है, जो कि जम्मू जिले का एक गाँव है। जम्मू से कटरा की दूरी लगभग 50 किमी है। अधिकांश यात्री यहाँ विश्राम करके अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं। माँ के दर्शन के लिए रातभर यात्रियों की चढ़ाई का सिलसिला चलता रहता है। जम्मू रेलवे स्टेशन से बस या टैक्सी द्वारा 2 घंटे में आसानी से कटरा पहुँचा जा सकता है। यात्रियों को वैष्णो देवी का दर्शन करने के लिए कटरा में यात्रा पर्ची लेना पड़ती है जो की नि:शुल्क मिलती है। यह पर्ची लेने के बाद ही आप कटरा से माँ वैष्णो के दरबार तक की चढ़ाई की शुरुआत कर सकते हैं। यह पर्ची लेने के तीन घंटे बाद आपको चढ़ाई के पहले ‘बाण गंगा’ चैक पॉइंट पर इंट्री करानी पड़ती है और वहाँ सामान की चैकिंग कराने के बाद ही आप चढ़ाई प्रारंभ कर सकते हैं। यदि आप यात्रा पर्ची लेने के 6 घंटे तक चैक पोस्ट पर इंट्री नहीं कराते हैं तो आपकी यात्रा पर्ची रद्द हो जाती है। अत: यात्रा प्रारंभ करते वक्त ही यात्रा पर्ची लेना सुविधाजनक होता है।
मंदिर,तीर्थ-यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए उधमपुर से कटरा तक एक रेल संपर्क बनाया गया है। कटरा समुद्रतल से 2500 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यही वह अंतिम स्थान है जहाँ तक आधुनिकतम परिवहन के साधनों (हेलिकॉप्टर को छोड़कर) से आप पहुँच सकते हैं।
जम्मू से कटरा का रास्ता पहले दो घंटे का होता था। तीन टनल की बदौलत अब बमुश्किल 40 मिनट का रह गया है।
कटरा बस स्टैंड से करीब एक किलोमीटर पश्चिम में ये कटरा-रियासी रोड पर बना बालिनी ब्रिज है . यहीं से नया ट्रैक शुरू होता है जो ताराकोट गांव होते हुए अर्द्धकुंआरी पहुंचता है.करीब 7 किलोमीटर लंबा ये रास्ता न सिर्फ चढ़ाई के लिहाज से बेहतर है बल्कि इस पर श्रद्धालुओं की जरूरतों का भी पूरा ख्याल रखा गया है नए रास्ते पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन-पानी से लेकर उनके रिफ्रेशमेंट तक का बेहतर बंदोबस्त किया गया है। हालांकि, पालकी और घोड़े वाले इस नए रूट का विरोध कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं में 80% पैदल यात्रा करते हैं। बाकी 6% हेलिकॉप्टर से और 14% घोड़े-पालकी से। नया रास्ता सिर्फ पैदल यात्रियों के लिए होगा। पुराने रास्ते की तुलना में नया रास्ता सिर्फ 500 मीटर छोटा होगा, लेकिन सुविधाएं कई हैं। रूट इतना चौड़ा होगा कि इमरजेंसी में एम्बुलेंस भी आसानी से आ-जा सके। सबसे खास बात ये होगी कि यात्री बाणगंगा से अर्द्धकुंवारी और हाथी मत्था की खड़ी और कठिन चढ़ाई से बच जाएंगे। इतना ही नहीं, जमीन पर एंटी स्किड टाइल्स भी लगाई जा रही हैं। साथ ही स्लोप स्टैबेलाइजेशन टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया है, ताकि चढ़ाई सरल रहे।
अगले साल कटरा से भवन तक सामान ले जाने वाला रोप-वे और भवन से भैरवघाटी तक पैसेंजर ले जाने वाला रोपवे भी शुरू हो जाएगा। अभी घोड़े से सामान भेजा जाता है। रोपवे बनने के बाद हर घंटे भवन से 800 लोगों को भैरवघाटी पहुंचाया जा सकेगा। मौजूदा रास्ता बाणगंगा से अर्द्धकुंवारी जाता है। वहां से दो रास्त्ते निकलते हैं। पहला हाथी मत्था होते हुए भवन तक जाता है। यहां खड़ी चढ़ाई है। दूसरा हिमकोटि से भवन जाता है । इस रास्ते से हिमकोटि होते हुए भी भवन तक जाया जा सकता है। इसमें घोड़े-पालकी नहीं हैं।
कटरा से 14 किमी की खड़ी चढ़ाई पर भवन (माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा) है। तीर्थयात्रियों को अपनी यात्रा आरामदायक बनाने के लिए कैनवास के जूते ले जाने की सलाह दी जाती है। फैंसी जूते से ट्रैक पर चलने में कठिनाई हो सकती है। पैदल चलने के लिए फ्लैट या प्लेटफ़ॉर्म तलवों के साथ जूते का उपयोग करें घूमने पर चलने के लिए खड़ी चढ़ाई आसान बनाने के लिए एक छड़ी का इस्तेमाल करें पूरी यात्रा में स्थान-स्थान पर जलपान व भोजन की व्यवस्था है। इस कठिन चढ़ाई में आप थोड़ा विश्राम कर चाय, कॉफी पीकर फिर से उसी जोश से अपनी यात्रा प्रारंभ कर सकते हैं। कटरा, से भवन तक की चढ़ाई के बीच में अनेक स्थानों पर ‘क्लॉक रूम’ की सुविधा भी उपलब्ध है, जिनमें निर्धारित शुल्क पर अपना सामान रखकर यात्री आसानी से चढ़ाई कर सकते हैं बाण गंगा के बाद चरण पादुका मंदिर फिर अर्धकुंआरी गर्भजून गुफा आती है आजकल भवन तक की चढ़ाई के लिए बैटरी कार भी शुरू की गई है, जिसमें लगभग 4 से 5 यात्री एक साथ बैठ सकते हैं।
माता की गुफा के दर्शन हेतु कुछ भक्त पैदल चढ़ाई करते हैं और इस कठिन चढ़ाई को आसान बनाने के लिए पालकी, घोड़े या पिट्ठू किराए पर ले सकते हैं। छोटे बच्चों को चढ़ाई पर उठाने के लिए आप किराए पर स्थानीय लोगों को बुक कर सकते हैं, जो निर्धारित शुल्क पर आपके बच्चों को पीठ पर बैठाकर चढ़ाई करते हैं। एक व्यक्ति के लिए कटरा से भवन (माँ वैष्णो देवी की पवित्र गुफा) तक की चढ़ाई का पालकी, पिट्ठू या घोड़े का किराया 250 से 1000 रुपए तक होता है। इसके अलावा छोटे बच्चों को साथ बैठाने या ओवरवेट व्यक्ति को बैठाने का आपको अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा।
कटरा से वैष्णव देवी भवन = पनी = 400 (सरकारी मूल्य) और 600-700 (टट्टू मालिकों की कीमत)
वैष्णव देवी भवन से भैरन घाटी = पोनी = 100 – 150 रूपये प्रति व्यक्ति
ईमानदारी से अनुरोध / सलाह = वैष्णव देवी भव की तरफ जा रहे, वृद्ध महिलाओं को टट्टू लेने का सुझाव दिया जाता है। कटरा पर वापस आते समय, कृपया चलकर वापस आओ।लोग आम तौर पर चढ़ाई करते हैं और अपने रीढ़ की हड्डी के घावों को घायल करने वाले टट्टूयों पर वापस आते हैं।
स्थानीय नगरपालिका समिति टट्टू, कुली और पालकी सेवाओं का प्रबंधन करती है। पोर्टर या पालकी के मालिक, उन सेवाओं को संचालित करने की अनुमति के लिए नगरपालिका समिति के साथ पंजीकृत होने के लिए बाध्य हैं, जिसके लिए उन्हें संचालित करने के लिए पहचान पत्र टोकन नंबर सौंपा गया है। इस तरह के कार्ड वार्षिक आधार पर अक्षय होते हैं जिनकी ताजा वैधता तिथियां प्रत्येक नवीनीकरण पर उल्लिखित हैं। काम पर रखने से पहले कार्ड की वैधता की जांच करें क्योंकि ऐसे में कोई भी अवैध कार्ड इस तरह की सेवाओं को संचालित करने के योग्य नहीं हैं।
ऐसे अतिरिक्त सेवाओं के लिए निश्चित दरें हैं, जिनके लिए आस-पास के विभिन्न साइन बोर्डों में सीडी विवरण का उल्लेख किया गया है।इसके अतिरिक्त, आप स्पष्टीकरण के लिए कटरा, बाणगंगा और बाकी स्थान आधारित
सहायता केंद्रों से भी संपर्क कर सकते हैं। वर्तमान में लागू प्रचलित दरों की जांच करें और उन्हें साइन बोर्ड या पास स्थित आसन्न काउंटरों के साथ मिलान करें। अधिक भुगतान न करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी सौदेबाजी बिल्कुल नहीं है। केवल तय राशि का भुगतान करें।
यदि पालकी, पोर्टर या टट्टू यात्रा के लिए चाहिये तो कटरा में मेन बस स्टैंड श्राइन बोर्ड सहायता काउंटर पर संपर्क करें, या दशानी दरवाजा के पास स्थित चेतक भवन, टट्टू के लिए सबसे अच्छा है।
टट्टू किराया | 75 किलोग्राम वजन तक | 75 से 100 किग्रा के वयस्क | 3 से 9 वर्ष तक 75 किलोग्राम के बच्चे तक वयस्क | 100 किग्रा के ऊपर वयस्क |
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कटरा से भवानी | 380.00/- | 410.00/- | 460.00/- | 460.00/- |
कटरा से आदिकुमारी | 200.00/- | 220.00/- | 230.00/- | 240.00/- |
कटरा से संजीचहट | 320.00/- | 360.00/- | 390.00/- | 390.00/- |
कटरा से भवानी भवन | 440.00/- | 470.00/- | 550.00/- | 550.00/- |
भवन से संजीचहट या भैरों | 140.00/- | 160.00/- | 170.00/- | 170.00/- |
भवानी के माध्यम से | 240.00/- | 250.00/- | 300.00/- | 300.00/- |
पालक्वीन (पाल्किस) | कटरा से भवन और कटरा से वापस | कटरा से भवानी और भैरों के पीछे |
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एक यात्री 75 किलो वजन 4 वाहक | 2360/- | 2710/- |
75 से अधिक 100किलो से नीचे 4 वाहक | 3320/- | 3710/- |
100 किमी वजन वाले यात्री (6 वाहक) | 3670/- | 4050/- |
पिट्ठू किराया | 9 किलोग्राम तक की उम्र तक 20 किलोग्राम या बच्चों तक लूज्यूज |
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कटरा से भवानी और वापस | 500.00/- |
कटरा से भवानी | 250.00/- |
भवन से कटरा भैरों के माध्यम से | 300.00/- |