द्वारकाधिश मंदिर खुलने बंद होने का समय : सुबह 6:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक, शाम 5:00 बजे से रात 9:30 बजे तक
मंदिर खुले रहने के साथ-साथ विभिन्न भोग और श्रृंगार के चलते मुख्य द्वारिकाधीश के पट समय-समय पर बंद होते है। अतः मंदिर दर्शन से पहिले मंदिर का टाइम टेबल अवश्य देखें। कृष्ण जन्माष्टमी, रुक्मिणी विवाह तथा तुलसी विवाह मंदिर के प्रमुख उत्सव हैं।
| सुबह का समय | |
| सुबह 6.30 | मंगला आरती |
| 7.00 से 8.00 | मंगला दर्शन |
| 8.00 से 9.00 | अभिषेक पूजा [स्नन विधी]: दर्शन बंद |
| 9.00 से 9.30 | श्रृंगार दर्शन |
| 9.30 से 9.45 | स्नान भोग : दर्शन बंद |
| 9.45 से 10.15 | श्रृंगार दर्शन |
| 10.15 से 10.30 | श्रृंगारोगोग: दर्शन बंद |
| 10.30 से 10.45 | श्रृंगार आरती |
| 11.05 से 11.20 | ग्वाल भोग: दर्शन बंद |
| 11.20 से 12.00 | दर्शन |
| 12.00 से 12.20 | राजभाग: दर्शन बंद |
| 12.20 से 12.30 | दर्शन |
| 13.00 | अनोसार, दर्शन बंद |
| शाम का समय | |
| 5.00 उथप्पा | पहला दर्शन |
| 5.30 से 5.45 | उथप्पान भोग: दर्शन बंद |
| 5.45 से 7.15 | दर्शन |
| 7.15 से 7.30 | संध्या भोग: दर्शन बंद |
| 7.30 से 7.45 | संध्या आरती |
| 8.00 से 8.10 | शयनभोग: दर्शन बंद |
| 8.10 से 8.30 | दर्शन |
| 8.30 से 8.35 | शायन आरती |
| 8.35 से 9 .00 | दर्शन |
| 9.00 से 9.20 | बंटभोग और शयन: दर्शन बंद |
| 9.20 से 9.30 | दर्शन |
| 9.30 | दर्शन मंदिर बंद |
श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंन्द्र
क्या श्राद पक्ष में भी द्वारिकाधीश के दर्शन कर सकते हैँ